आतंकवादी बुरहान वानी की बरसी आज: त्राल सहित 3 शहरों में कर्फ्यू, कश्मीर में सोशल साइट्स पर रोक
Terrorist Burhan Wani's death anniversary: Curfew in Tral, restrictions across Kashmir
श्रीनगर: हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की मौत को एक साल पूरा होने पर शनिवार (8 जुलाई) को अलगाववादियों की रैली करने की योजना को नाकाम करने के लिए प्रशासन ने कश्मीर में त्राल समेत तीन शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया और घाटी के शेष हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगा दी. शहर की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया और प्रतिबंधों को लागू करने के लिए पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को भारी संख्या में तैनात कर दिया गया है. समस्त कश्मीर में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों को तैनात किया गया है.
Several Hurriyat Conference factions have asked people to march to Tral to pay tributes to Terrorist Wani
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी में शांति बनाए रखने के एहतियाती कदम के तौर पर पुलवामा जिले में वानी के पैतृक शहर त्राल में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और यासीन मलिक के जेकेएलएफ समेत अलगाववादी संगठनों ने वानी को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों से त्राल तक मार्च करने के लिए कहा है. वानी गत वर्ष आज (8 जुलाई) ही के दिन सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां शहर और उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के त्रेहगाम में भी कर्फ्यू लागू किया गया है. उन्होंने कहा, 'घाटी में अन्य जगहों पर लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों के सख्ती से लागू किया जा रहा है.' विश्वविद्यालयों में आज होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. अलगाववादियों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के कारण घाटी में सामान्य जनजीवन बाधित हो गया है और प्रशासन ने कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू कर दिए हैं. अधिकारी ने बताया कि दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं जबकि सड़कों से वाहन नदारद हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक स्थिति शांतिपूर्ण है.
Curfew clamped in three places, including Burhan's hometown Tral
कश्मीर घाटी में इंटरनेट पर अगले आदेश जारी होने तक रोक लगा दी गई है. वहीं आतंकियों और अलगाववादियों ने प्रोटेस्ट कैलेंडर जारी किया है. अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसमें सेना, सीआरपीएफ, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और सशस्त्र सीमा बल व राज्य पुलिस शामिल हैं.
श्रीनगर के पुराने शहर के इलाकों, बारामूला, सोपोर, पुलवामा, अनंतनाग व कुछ अन्य संवेदनशील जगहों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में शुक्रवार को जमा मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि अधिकारियों ने क्षेत्र में प्रतिबंध लागू कर दिया था.
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